पुस्तक
साईं बाबा और आई
यह पुस्तक शिरडी साईं बाबा के एक अंतरंग भक्त द्वारा अनुभव किए गए चमत्कारों और कृपा का लेखा-जोखा है, जिसे प्यार से सभी के लिए आई के रूप में जाना जाता है।
आई का साईं बाबा के साथ पांच साल की उम्र से ही सपने और दर्शन के माध्यम से संबंध रहा है। उन्होंने उसका मार्गदर्शन किया और कई कठिन समयों में उसके कल्याण की देखभाल की।
आई की बाबा के प्रति भक्ति और उन पर उनका विश्वास अटल है, और वह उन्हें किसी भी चीज़ से पहले रखती है। यह वह है जिसे व्यक्ति को अपने भीतर तलाशने की आकांक्षा करनी चाहिए। भगवान के लिए एक जलता हुआ प्यार, बाकी सब कुछ पीछे छोड़ कर।
उनके जीवन की स्थिति आसान नहीं रही है और बाबा के गुणों में कई समानताएँ हैं। यह साईं बाबा के सच्चे भक्त के लिए एक परम खजाना है।
आई का संदेश
सभी भक्तों के लिए आई का संदेश है कि यदि कोई ईमानदारी से और पूरी तरह से बाबा के प्रति समर्पण करता है, तो उनकी भलाई उनके द्वारा की जाएगी। आई केवल भक्तों से उन्हें लगातार याद करने और उन्हें अपने जीवन में किसी और चीज से पहले रखने के लिए कहती हैं। नीचे साक्षात्कार देखें (उपशीर्षक के साथ) जहां आई ने साईं बाबा के साथ अपनी यात्रा साझा की।
बाबा के बारे में आई और मास्टरजी के सभी अनुभव देखेंयहाँ क्लिक कर रहा हूँ।